सोमवार, नवंबर 23, 2009

लघुकथा (व्यंग्य) नेता सुअर बुखार और हाथों की सफाई


लघुकथा
नेता, सुअर बुखार और हाथों की सफाई
वीरेन्द्र जैन
बच्चा बड़ी गौर से दूरदर्शन में बच्चों के लिये बनाया गया एक विज्ञापन देख रहा था । विज्ञापन में बताया गया था कि आप खांसने छींकने और बाहर से आने के बाद अगर अपने हाथ धोते हैं तो इंफेक्शन से बच कर सुअर बुखार से बच सकते हैं और लाखों जानें बचा सकते हैं। थोड़ी ही देर बाद उस चैनल पर समाचार आने लगे जिसमें बताया गया कि दुनिया में जिस इकलौते राजनेता को सुअर बुखार ने अपनी गिरफ्त में लिया वे हमारे देश के एक विकसित प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। विज्ञापन के प्रभाव में आये बच्चे ने अपने पिता से पूछा कि क्या उक्त नेता हाथ नहीं धोता!
हाँ बेटा इस नेता ने 2002 से अपने हाथ नहीं धोये हैं और यह तभी से अपने गंदे हाथ लिये राज्य सरकार चला रहा है इसीलिये तो दूरदर्शन कहता है कि अपने हाथ धोना चाहिये- पिता ने बेटे को समझाया।
जो नेता हाथ धोते हैं वे कौन से साबुन से हाथ धोते हैं? बेटे ने फिर पूछा
वे क्षमा याचना ब्रांड साबुन से हाथ धोते हैं और खाने पीने व अपने बच्चों को दुलारने के बाद फिर से हाथ गंदे करने निकल जाते हैं- पिता ने बताया।
क्या हम हाथ गंदे करने से बच नहीं सकते!- बेटे की अगली जिज्ञासा थी।
बच सकते हैं, पर उसके लिये पूरे देश में सफाई करना पड़ेगी- पिता ने ठंडी सांस भरकर कहा। बेटे को समझ में नहीं आया कि पूरे देश में सफाई के नाम पर पिता ने ठंडी सांस क्यों भरी।

वीरेन्द्र जैन
2/1 शालीमार स्टर्लिंग रायसेन रोड
अप्सरा टाकीज के पास भोपाल मप्र
फोन 9425674629

1 टिप्पणी:

  1. बच्चों को भी ये सब बातें रास आने लगी..देश का भविष्य उज्ज्वल है..बढ़िया व्यंग..धन्यवाद

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